कनिष्क के स्वर्ण सिक्कों पर ईरानी प्रभाव
Abstract
मानव सभ्यता का इतिहास एवं विकास का अत्यंत प्राचीन इतिहास है। प्रारंभिक युग में मनुष्य कि खानाबदोसी प्रवृति के साक्ष्य मिलते है, भौगोलिक एवं अन्य प्राकृतिक परिवर्तनों के फलस्वरूप मानव विकास की ओर अग्रसर हुआ और अपनी आवष्यकताओं के अनुरूप एक स्थिर सामाजिक संगठन के सदस्य के रूप में विभिन्न प्रकार के आविष्कार एवं प्रयास प्रारंभ किया। सभ्यता के विकास के साथ-साथ मनुष्यों की आवष्यकताओं एवं इच्छाओं में वृद्धि हुई, जिसकी परिपूत्र्ति हेतू उसने विभिन्न संसाधन का प्रयोग प्रारंभ किया। वस्तु-विनिमय प्रणाली भी इसी विकास-क्रम की एक महत्त्वपूर्ण कड़ी के रूप में प्रतिष्ठापित हुई, जो कालांतर में मुद्रा के प्रचलन के रूप में मनुष्य की आवष्यकताओं एवं जीवन-स्तर के विकास-क्रम में सहायक हुई।